महाराष्ट्र सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण और आर्थिक सहायता के उद्देश्य से कई योजनाएं चला रही है, जिसमें से एक प्रमुख योजना है माझी लाडकी बहिन योजना। इस बार दिवाली के अवसर पर सरकार ने महिलाओं को ₹5500 का बोनस देने की घोषणा की है, जिससे राज्य की हजारों महिलाओं को लाभ होगा। आइए, इस योजना और इसके तहत दिए जाने वाले दिवाली बोनस के बारे में विस्तार से जानते हैं।
माझी लाडकी बहिन योजना क्या है?
माझी लाडकी बहिन योजना महाराष्ट्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है, जिसका उद्देश्य राज्य की महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत, 21 से 65 वर्ष तक की महिलाओं को हर महीने ₹1500 की राशि दी जाती है। यह योजना विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए है, जिनके परिवार की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से कम है।
योजना की शुरुआत 28 जून 2024 को हुई थी, और इसमें शामिल महिलाओं को नियमित रूप से वित्तीय सहायता दी जाती है। योजना के तहत विवाहित महिलाएं, विधवाएं, तलाकशुदा, परित्यक्ता और परिवार की अविवाहित महिलाएं शामिल हो सकती हैं।
माझी लाडकी बहिन दिवाली बोनस
इस दिवाली पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने योजना के लाभार्थियों के लिए ₹2500 का विशेष दिवाली बोनस देने की घोषणा की है। इसके अलावा, अक्टूबर और नवंबर की किस्तों के रूप में ₹3000 की राशि भी दी जाएगी। कुल मिलाकर, महिलाओं को दिवाली के अवसर पर ₹5500 का लाभ मिलेगा, जिसे सीधे उनके बैंक खातों में स्थानांतरित किया जाएगा।
दिवाली बोनस के लिए पात्रता
दिवाली बोनस का लाभ उठाने के लिए, आपको निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होंगी:
- आपको माझी लाडकी बहिन योजना की पंजीकृत लाभार्थी होना चाहिए।
- आपका बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक होना आवश्यक है।
- बैंक खाते में डीबीटी (Direct Benefit Transfer) की सुविधा सक्रिय होनी चाहिए।
- आप महाराष्ट्र की निवासी होनी चाहिए।
- परिवार की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से कम होनी चाहिए और परिवार में कोई भी सदस्य आयकर दाता नहीं होना चाहिए।
- परिवार में चार पहिया वाहन (ट्रैक्टर को छोड़कर) नहीं होना चाहिए।
दिवाली बोनस का लाभ कैसे मिलेगा?
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि दिवाली बोनस सीधे लाभार्थी महिलाओं के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर किया जाए।
- अक्टूबर और नवंबर की दोनों किस्तें ₹3000 होंगी, जिनमें से ₹2500 दिवाली बोनस के रूप में शामिल होगा।
- इससे कुल ₹5500 की राशि लाभार्थी महिलाओं के खातों में स्थानांतरित की जाएगी।
कैसे चेक करें पेमेंट स्टेटस?
अगर आप जानना चाहती हैं कि आपके खाते में दिवाली बोनस जमा हुआ है या नहीं, तो आप निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन कर सकती हैं:
- सबसे पहले योजना की आधिकारिक वेबसाइट testmmmlby.mahaitgov.in पर जाएं।
- अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर और पासवर्ड दर्ज करके लॉगिन करें।
- लॉगिन करने के बाद, आप अपने दिवाली बोनस पेमेंट स्टेटस की जांच कर सकती हैं।
योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
अगर आपने अभी तक इस योजना के लिए आवेदन नहीं किया है, तो आप नीचे दिए गए चरणों का पालन करके ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं:
- ladakibahin.maharashtra.gov.in पर जाएं।
- “आवेदक लॉगिन” पर क्लिक करें और “अकाउंट बनाएं” पर जाएं।
- आधार संख्या, मोबाइल नंबर और जिला जैसी जानकारी दर्ज करें।
- ओटीपी प्राप्त करें और उसे वेरिफाई करें।
- आवेदन फॉर्म में नाम, बैंक डिटेल और पता दर्ज करें।
- ज़रूरी दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक अपलोड करें।
- आवेदन आईडी प्राप्त करें और आवेदन प्रक्रिया को पूरा करें।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़
योजना में आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ ज़रूरी होंगे:
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक (खाता डिटेल्स के लिए)
- वोटर आईडी या राशन कार्ड (पहचान प्रमाण के लिए)
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- स्वघोषणा पत्र (सभी जानकारी सही होने की पुष्टि के लिए)
इन महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिलेगा
कुछ विशेष परिस्थितियों में महिलाएं इस योजना के लिए पात्र नहीं होती हैं, जैसे:
- परिवार की आय ₹2.5 लाख से अधिक होने पर।
- परिवार में कोई सदस्य आयकर दाता हो।
- अगर महिला किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ पहले से उठा रही हो।
- परिवार में कोई सदस्य पूर्व विधायक या सांसद हो।
- परिवार में चार पहिया वाहन हो (ट्रैक्टर को छोड़कर)।
महत्वपूर्ण तारीखें और जानकारी
- आवेदन की अंतिम तिथि: 15 अक्टूबर 2024
- बोनस राशि: ₹5500 (दिवाली बोनस सहित)
- योजना की शुरुआत: 28 जून 2024
योजना का महत्व और निष्कर्ष
माझी लाडकी बहिन योजना न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि यह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित भी करती है। दिवाली बोनस के रूप में दी जाने वाली राशि महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण राहत है, खासकर त्योहार के समय। सरकार का यह कदम महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है।
यह योजना राज्य की महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में मददगार साबित हो रही है, और इससे उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति को सुधारने में भी सहायता मिलेगी।